जमीं ने चूम लिया, आसमां ने थाम लिया।
मेरे लरजते लबों ने जो तेरा नाम लिया॥-एकता शबनम
कभी कहा न किसी से तेरे फसाने को।
न जाने कैसे खबर हो गयी जमाने को॥-कमर जलालवी
इश्क में और कुछ नहीं मिलता।
सैकड़ों गम नसीब होते हैं॥-नूह नारवी
हँसते हुए फूलों पे नजर है, मगर इनमें।
हम तेरे तबस्सुम की अदा ढूँढ रहे हैं॥-तमन्ना जमाली
तुमसे जुदा हुए तो जमाना गुजर गया।
लेकिन तेरी कसम, तेरा अब भी ख्याल है॥-जकी काकोरवी
तुम तो दिल मांगो हो, यहॉं जान तलक हाजिर है।
बात ये भी है कोई आपके फरमाने की॥-अहसन
चंद दिन, आह मियां, मैं भी खुदाई कर लूं।
झूठ ही कह दो कि हां, तुमसे मुहब्बत है हमें॥-खाकसार
तुम मुखातिब भी हो करीब भी हो।
तुम को देखें कि तुम से बात करें॥-फिराक
खुदा के वास्ते आँखों से पोंछ लो आँसू।
रहेगा कौन टपकते हुए मकानों में॥-शांति सबा
इश्क के खेल से बचते हैं नौजवां अक्सर।
ये हुस्न वाले ही शौकीन बना देते हैं॥-जिगर श्योपुरी
मेरी रुसवाई में वो भी हैं बराबर के शरीक।
मेरे किस्से मेरे यारों को सुनाता क्या है॥-अहमद शहजाद
बातों-बातों में कोई बात खटक जाती है।
एक-दो लफ्ज ही बेगाना बना देते हैं॥-शमीम तारिफ
No comments:
Post a Comment